Saturday, 24 January 2015

श्रीसीता स्वयंवर

श्री सीता राम , लक्ष्मण उर्मिला , भरत जी मांडवी और शत्रुघ्न श्रुतकीर्ति  के शुभ विवाह का भजन ! 
  
आज मिथला नगरिया निहाल सखियाँ !
चारों दूल्हा में बड़का कमाल सखियाँ !!

माथे मणि मोरिया कुंडल सोहे कानवा !
कारें कारें कजरारे  जुल्मी   नयनवा
!!
लालचंदन सोहे इनके भाल सखियाँ !
चारों दूल्हा में बड़का कमाल सखियाँ !!

सावर सावर गोरे गोरे जोड़ियां जवान है !
आंखियां देखलि सुनलिनी कान है
!!
जुग जुग जोड़ी जीवे बे मिसाल सखियाँ !
चारों दूल्हा में बड़का कामल सखियाँ !!

गगन  मगन आज मगन   धरतीयाँ !
देख देख दूल्हा जीके सावरी सुरतियाँ !!
बाल , वृद्ध , नर , नारी सब बेहाल सखियाँ !
चारों दूल्हा में बड़का कमाल सखियाँ !!

आज मिथला नगरिया निहाल सखियाँ !
चारों दूल्हा में बड़का कमाल सखियाँ!!

  { जय जय श्री राधे } 

1 comment :

  1. ‘Gurujan laaj, samaaju bad, dekhi Siya sakuchaani;
    Lagi bilokan sakhin tan, Raghuveer hi ur aani.’

    jai siyaram mummy

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