Sunday, 21 April 2013

                                                  
                        मीरा की आतुरता पुकार

तू आजा कहा है मेरे श्याम प्यारे !!
कोई गम की मारी प्यारे तुझ को पुकारे !
तू आजा कहा है मेरे श्याम प्यारे !!

तेरी याद की आग में जल रही हु !
मैं काटो पे दिल को लिए चल रही हु !!
टपकते है आखोसे असुवन हमारे !
तू आजा कहा है मेरे श्याम प्यारे !!

कोई गम की मारी प्यारे तुझ को पुकारे !
तू आजा कहा है मेरे श्याम प्यारे !!

 

पहले कुछ प्रेम बढ़ा कर के !
फिर दूर खड़े मुस्काने लगे !!
जब चाह हुई मिलने की जरा !
मुख चन्द्र को कैसे छुपाने लगे !!
बस एक ही बार हँसा कर के !
सारि उम्र हमे रुलाने लगे !!
करुणा करनी तो दूर रही !
करुणा निदई हो के सतने लगे !!
तू आजा कहा है मेरे श्याम प्यारे !!
कोई गम की मारी तुझ को पुकारे !
तू आजा कहा है मेरे श्याम प्यारे !!

देखे बिना तुझको चेन नही आये !
मेरी जान जाये प्यारे तू क्यों नही आये !!
छिपे हो कहा मेरी आखो के तारे !
तू आजा कहा है मेरे श्याम प्यारे !!
कोई गम की मारी तुझ को पुकारे !
तू आजा कहा है मेरे श्याम प्यारे !!
तू आजा कहा है मेरे श्याम प्यारे !!


    { जय जय श्री राधे }


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