हे मेरे नाथ ! प्रार्थना स्वीकार कीजिये
सुखी बसे संसार सब , दुखिया रहे न कोय।
यह अविलासा हम सबकी , भगवन पूरी होय।।
विद्या बुद्धि तेज बल , सबके भीतर होय।
दूध पूत धन धान से , वंचित रहे न कोय।।
आप के भक्ति प्रेम से , मन होवे भर पुर।
राघ द्वेस से चित मेरा , कोसो भागे दूर।।
मिले भरोसा आपका , हमे सदा जगदीश।
आशा तेरे नाम की , बनी रहे हम पे।।
पाप से हमे बचाईये ,करके दया दयाल ।
अपना भक्त बनायके , सबको करो निहाल ।।
दिलमे दया उदारता , मन में प्रेम अपार ।
हृदय में धिरय दीनता , हे मेरे करतार ।।
हाथ जोड़ विनती करू , सुनिए कृपानिधान ।
सादु संगत , सुख दीजिये , दया धर्म का दान ।।
बोलो राम राम राम , जय सिया राम राम राम।
राधे श्याम श्याम श्याम , श्री सीताराम राम राम।।
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